“मारण पात्र” (Maaran Paatra) एक तात्त्विक और धार्मिक अवधारणा है जो तंत्रशास्त्र और आयुर्वेद में प्रयुक्त होती है। यह शब्द “मारण” (मारण) और “पात्र” (पात्र) के संयोजन से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है “विनाशक पात्र” या “विनाशक उपकरण”।
“मारण पात्र” का विवरण निम्नलिखित है:
- तंत्रशास्त्र में मारण पात्र: तंत्रशास्त्र में, “मारण पात्र” का उपयोग उन विधियों और साधनों के लिए किया जाता है जो किसी व्यक्ति या वस्तु को नुकसान पहुँचाने, प्रभावी रूप से नष्ट करने या किसी व्यक्ति की शक्तियों को कम करने के लिए प्रयोग में लाए जाते हैं। ये अक्सर तंत्रिक अनुष्ठानों या कर्मकांडों में शामिल होते हैं।
- विधियाँ और प्रयोग: मारण पात्र में विशेष तंत्र-मंत्र, यंत्र, और औषधियों का प्रयोग किया जाता है। ये साधन और विधियाँ अत्यधिक प्रभावी और शक्तिशाली होती हैं, और इन्हें विशेष ज्ञान और अनुभव के साथ ही उपयोग में लाया जाता है।
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