“विभक्त्यार्थनिर्णय” जीवनाथ मिश्रन्यायतीर्थ द्वारा लिखित है। यह पुस्तक संस्कृत व्याकरण के महत्वपूर्ण पहलुओं पर आधारित है।
इस पुस्तक में संस्कृत भाषा के विभिन्न विभक्तियों (विभक्तियों) का विवेचन किया गया है और उनके उपयोग की विवरण किया गया है। इसके अलावा, इस पुस्तक में विभिन्न प्रकार की वाक्य प्रक्रियाओं, वाक्य रचना, और संधि के प्रश्नों पर भी चर्चा की गई है।
“विभक्त्यार्थनिर्णय” छात्रों और व्याकरण प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण संस्कृत पाठ्यक्रम है, जो संस्कृत भाषा के विभिन्न पहलुओं को समझने और उनके अध्ययन को सहज बनाने में मदद करता है। यह ग्रंथ संस्कृत भाषा और व्याकरण के अध्ययन के लिए एक उत्कृष्ट संसाधन है।
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