“वाक्यपदीयम” श्री वामदेवाचार्य द्वारा लिखा गया है, जो संस्कृत भाषा के व्याकरण और भाषाशास्त्र के महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक है। इस ग्रंथ में भारतीय व्याकरण और भाषाशास्त्र के महत्वपूर्ण सिद्धांतों का विस्तारपूर्ण विवेचन है।
“वाक्यपदीयम” में भाषा के साधारण और गंभीर नियमों का विवेचन किया गया है, जिनमें वाक्य, पद, धातु, संधि, उपसर्ग, प्रत्यय, आदि के सिद्धांतों पर चर्चा है। इस ग्रंथ में भाषा के सिद्धांतों के विस्तृत विवेचन के साथ-साथ उनका व्यावहारिक उपयोग भी विस्तार से किया गया है।
“वाक्यपदीयम” एक महत्वपूर्ण संस्कृत ग्रंथ है, जो भारतीय भाषा और साहित्य की समझ में महत्वपूर्ण योगदान करता है। यह ग्रंथ भाषा के संरचना, उपयोग, और उसकी मूलभूत सिद्धांतों को समझने में मदद करता है।






Geeta press
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.