कूर्म पुराण (Kurma Purana) हिन्दू धर्म का एक प्रमुख पुराण है, जो विशेष रूप से भगवान विष्णु के कूर्म अवतार (कछुआ अवतार) पर केंद्रित है। यह पुराण भगवान विष्णु के विभिन्न अवतारों, विशेष रूप से कूर्म अवतार की महिमा, और धार्मिक उपदेशों पर प्रकाश डालता है। कूर्म पुराण में सृष्टि की उत्पत्ति, पौराणिक कथाएँ, और धार्मिक अनुष्ठानों का वर्णन होता है।
कूर्म पुराण का विवरण:
- ग्रंथ की संरचना: कूर्म पुराण को दो प्रमुख भागों में विभाजित किया गया है:
- प्रथम भाग: जिसमें सृष्टि के निर्माण, ब्रह्मा और विष्णु के विभिन्न लीलाओं, और कूर्म अवतार की कथा का वर्णन है।
- द्वितीय भाग: जिसमें धार्मिक उपदेश, पूजा विधियाँ, और नैतिकता पर चर्चा की जाती है।
- कूर्म अवतार की कथा: कूर्म पुराण में भगवान विष्णु के कूर्म अवतार का विस्तृत वर्णन है। इस अवतार में विष्णु ने एक कछुआ रूप धारण किया था ताकि वह समुद्र मंथन के दौरान मंदराचल पर्वत को अपने कshell में सहारा दे सकें। इस प्रक्रिया में अमृत प्राप्त हुआ और अन्य दिव्य वस्त्र और रत्न भी प्रकट हुए।
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.