“हठरत्नावली” श्रीनिवास योगींद्र द्वारा रचित और प्रो. ज्ञान शंकर सहाय द्वारा संपादित एक महत्वपूर्ण योग ग्रंथ है। यह पुस्तक हठयोग के गूढ़ और गहन सिद्धांतों का विस्तृत अध्ययन और व्याख्या प्रस्तुत करती है, जो हठयोग के साधकों और योग के अध्येताओं के लिए अत्यंत उपयोगी है।
पुस्तक का विवरण:
“हठरत्नावली” हठयोग पर केंद्रित एक क्लासिक ग्रंथ है, जिसमें हठयोग की विभिन्न विधियों, आसनों, प्राणायाम, मुद्राओं, बंधों और अन्य योगिक क्रियाओं का विस्तार से वर्णन किया गया है। प्रो. ज्ञान शंकर सहाय ने इस ग्रंथ का हिंदी अनुवाद और व्याख्या करते हुए इसे आधुनिक पाठकों के लिए सुलभ और प्रासंगिक बनाया है।
मुख्य विशेषताएँ:
- हठयोग के सिद्धांत: पुस्तक में हठयोग के मूलभूत सिद्धांतों का विस्तृत वर्णन किया गया है, जिसमें हठयोग के उद्देश्य, साधनाएँ, और उनके आध्यात्मिक एवं शारीरिक लाभों पर प्रकाश डाला गया है।
- आसन और प्राणायाम: “हठरत्नावली” में विभिन्न योगासनों और प्राणायाम की विधियों का विस्तार से वर्णन किया गया है, जो शरीर को स्वस्थ और मन को स्थिर करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
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