“धम्मपद” एक प्राचीन बौद्ध ग्रंथ है, जो भगवान बुद्ध के उपदेशों और धार्मिक नियमों पर आधारित है। यह ग्रंथ बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण सिद्धांतों को सार्थक और सरल भाषा में प्रस्तुत करता है।
“धम्मपद” का अर्थ होता है “धर्म के पथ” या “धर्म की शिक्षा”। यह ग्रंथ विभिन्न विषयों पर भगवान बुद्ध के उपदेशों का संग्रह है, जैसे सम्यक जीवन, समता, कर्तव्य, ध्यान, सम्पत्ति, और संयम।
“धम्मपद” का प्रत्येक श्लोक एक अलग-अलग धर्मिक सिद्धांत या उपदेश को संक्षेप में प्रस्तुत करता है। इस ग्रंथ में नैतिकता, संयम, और सहजता के मूल्यों को उजागर किया गया है और इसे बौद्ध धर्म के महत्वपूर्ण शास्त्रों में गिना जाता है।
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