श्रीरामचरितमानस हिंदी के प्रसिद्ध कवि तुलसीदास द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण महाकाव्य है। यह ग्रंथ भगवान राम के जीवन और उनके कार्यों का विस्तृत वर्णन करता है और इसे भारतीय साहित्य में एक अमूल्य रत्न माना जाता है।
श्रीरामचरितमानस की प्रमुख विशेषताएँ और विवरण इस प्रकार हैं:
- रचनाकार: इस महाकाव्य को तुलसीदास ने 16वीं सदी में लिखा। तुलसीदास भारतीय साहित्य और भक्ति के एक महान कवि और संत थे, जिन्होंने अपने काव्य में भक्ति और धार्मिकता का अनूठा मिश्रण प्रस्तुत किया।
- भाषा: यह ग्रंथ अवधी भाषा में लिखा गया है, जो हिंदी की एक प्रमुख बोली है। तुलसीदास ने इसे सरल और मधुर भाषा में प्रस्तुत किया, जिससे यह व्यापक जनसमूह तक पहुँच सका।
- संरचना: श्रीरामचरितमानस में कुल पाँच कांड (खंड) हैं:
- बालकांड: इसमें भगवान राम के जन्म, उनका बचपन, और सीता से विवाह की कथा वर्णित है।
- अयोध्याकांड: इसमें राम का वनवास, सीता का हरण, और रावण के साथ युद्ध की तैयारी का विवरण है।
- किष्किंधाकांड: इसमें सुग्रीव से मित्रता, हनुमान जी की खोज और सीता का पता लगाने की प्रक्रिया का वर्णन है।
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