श्रीविद्या-साधना
लेखक: श्यामाकांत द्विवेदी
श्रीविद्या-साधना एक प्राचीन और गूढ़ तांत्रिक साधना प्रणाली पर आधारित ग्रंथ है, जो देवी श्रीविद्या की उपासना और साधना को समर्पित है। श्यामाकांत द्विवेदी द्वारा रचित इस पुस्तक में श्रीविद्या की साधना से जुड़े रहस्यों, पूजा विधियों, और तांत्रिक सिद्धांतों का विस्तार से वर्णन किया गया है। यह ग्रंथ उन साधकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो तंत्रमार्ग में रुचि रखते हैं और देवी श्रीविद्या की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं।
मुख्य विषयवस्तु:
- श्रीविद्या की महत्ता: इस ग्रंथ में श्रीविद्या साधना की महत्ता और उसके गूढ़ तांत्रिक स्वरूप का वर्णन किया गया है। श्रीविद्या साधना का उद्देश्य साधक को देवी त्रिपुरा सुंदरी, जो साक्षात् शक्ति का स्वरूप मानी जाती हैं, की उपासना के माध्यम से आत्मज्ञान और मुक्ति प्राप्त करना है।
- पूजा विधि और अनुष्ठान: पुस्तक में श्रीविद्या साधना की विस्तृत पूजा विधि और अनुष्ठान का वर्णन किया गया है। इसमें यंत्र, मंत्र, और तंत्र की साधना के माध्यम से देवी की आराधना करने के लिए आवश्यक प्रक्रियाओं का विस्तार से उल्लेख है। इसके साथ ही, पूजा के दौरान अपनाए जाने वाले विशेष अनुष्ठानों और हवन विधियों का भी वर्णन किया गया है।
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