पातञ्जलयोगसूत्रवृत्ति” डॉ. विमला कर्नाटिक द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण योग ग्रंथ है, जो पातञ्जलि के योग सूत्रों की गहन व्याख्या और टिप्पणी प्रस्तुत करता है। इस पुस्तक में पातञ्जलि के योग सूत्रों के अर्थ और उनके अभ्यास पर विस्तृत प्रकाश डाला गया है।
पुस्तक का विवरण:
“पातञ्जलयोगसूत्रवृत्ति” पातञ्जलि के योग सूत्रों पर डॉ. विमला कर्नाटिक द्वारा की गई टिप्पणी और विश्लेषण को प्रस्तुत करती है। इस ग्रंथ में पातञ्जलि के योग सूत्रों के गहरे अर्थों और उनके व्यावहारिक पहलुओं को समझाने के लिए विस्तृत और गहन दृष्टिकोण अपनाया गया है।
मुख्य विशेषताएँ:
- योग सूत्रों की विस्तृत व्याख्या: पुस्तक में पातञ्जलि के योग सूत्रों की गहन व्याख्या की गई है। डॉ. विमला कर्नाटिक ने सूत्रों के विविध पहलुओं को स्पष्ट किया है, जिससे पाठकों को योग दर्शन के गहरे सिद्धांतों को समझने में मदद मिलती है।
- प्रायोगिक दृष्टिकोण: “पातञ्जलयोगसूत्रवृत्ति” में केवल दार्शनिक और सिद्धांतिक दृष्टिकोण नहीं, बल्कि व्यावहारिक दृष्टिकोण से भी योग सूत्रों की व्याख्या की गई है। यह दृष्टिकोण योग के अभ्यासियों को सूत्रों को जीवन में लागू करने में सहायता करता है।
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