“पातञ्जल योग-दर्शन” पंकज गुप्ता द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जो पातञ्जलि के योग सूत्रों के गहन अध्ययन और विश्लेषण पर आधारित है। यह पुस्तक योग दर्शन के मूलभूत सिद्धांतों को समझने और अभ्यास में लाने के लिए एक व्यापक मार्गदर्शिका प्रस्तुत करती है।
पुस्तक का विवरण:
“पातञ्जल योग-दर्शन” पातञ्जलि के योग सूत्रों का विस्तार से अध्ययन करती है, जो योग के दर्शन, सिद्धांत, और प्रथाओं को स्पष्ट और व्यवस्थित रूप से प्रस्तुत करती है। पंकज गुप्ता ने इस पुस्तक में योग सूत्रों के श्लोकों का सरल और स्पष्ट हिंदी में अनुवाद किया है, साथ ही उनकी गहराई और अर्थ को समझाने के लिए विस्तृत व्याख्या भी की है।
मुख्य विशेषताएँ:
- योग सूत्रों का विश्लेषण: पुस्तक में पातञ्जलि के योग सूत्रों का सटीक अनुवाद और व्याख्या की गई है। पंकज गुप्ता ने सूत्रों के गहरे अर्थ को स्पष्ट करने के लिए सरल भाषा का उपयोग किया है, जिससे पाठकों को योग दर्शन की जटिलता को समझना आसान हो जाता है।
- योग के सिद्धांत: पुस्तक में योग के आठ अंगों (अष्टांग योग) का विस्तार से वर्णन किया गया है, जिसमें यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, और समाधि शामिल हैं। ये अंग योग साधना के विभिन्न पहलुओं को समझने और उनके अभ्यास को गहन करने में सहायक हैं।






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