नित्योत्सवः” परमहंस मिश्र द्वारा लिखा गया एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो भारतीय धर्म और तंत्रशास्त्र के जटिल और सांस्कृतिक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है। यह पुस्तक नित्य पूजा और आध्यात्मिक उत्सवों के महत्व, उनके धार्मिक संदर्भ, और इनका सही ढंग से पालन करने के तरीके पर व्यापक जानकारी प्रदान करती है।
पुस्तक में निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है:
- नित्योत्सव का परिचय: नित्य पूजा और उत्सवों की परिभाषा, उनका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व, और उनके ऐतिहासिक संदर्भ की चर्चा की गई है।
- पूजा और उत्सव की विधियाँ: विभिन्न प्रकार की नित्य पूजा और उत्सवों की विधियाँ, उनके विशेष अनुष्ठान, और इन्हें सही तरीके से कैसे सम्पन्न किया जाए, इस पर विस्तृत जानकारी दी गई है।
- उत्सवों का आध्यात्मिक महत्व: नित्य उत्सवों के माध्यम से आध्यात्मिक उन्नति और उनके प्रभाव पर चर्चा की गई है। यह हिस्सा दर्शाता है कि कैसे नियमित पूजा और उत्सवों से मानसिक और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।






Geeta press
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.