भारतवर्षीय ज्योतिष के ज्वलन्त प्रश्न और वेदाङगज्योतिष शिवराज कौण्डिन्यायन द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो भारतीय ज्योतिष शास्त्र के जटिल और विवादास्पद प्रश्नों पर गहन विचार-विमर्श प्रस्तुत करता है। इस पुस्तक का उद्देश्य भारतीय ज्योतिष शास्त्र के विभिन्न पहलुओं को वैज्ञानिक और तर्कसंगत दृष्टिकोण से समझाना और विश्लेषित करना है।
शिवराज कौण्डिन्यायन ने इस पुस्तक में वेदांग ज्योतिष के साथ-साथ भारतीय ज्योतिष शास्त्र के कई प्रमुख सवालों का उत्तर देने का प्रयास किया है, जैसे कि ज्योतिष की प्रामाणिकता, उसके विभिन्न सिद्धांतों की वैज्ञानिकता, और आधुनिक समय में उसकी प्रासंगिकता। पुस्तक में प्राचीन ज्योतिष शास्त्र और वेदांग ज्योतिष के बीच संबंधों पर भी विस्तार से चर्चा की गई है, जिससे पाठक को इन दोनों विषयों के बीच गहरे ज्ञान की प्राप्ति होती है।
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