आयुर्वेदिक फार्माकोपिया एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जिसमें विभिन्न औषधियों, उनकी पहचान, उपयोग, गुणधर्म, और दुष्प्रभावों का विस्तृत वर्णन होता है। यह ग्रंथ विशेष रूप से आयुर्वेदिक चिकित्सा प्रणाली में प्रयोग की जाने वाली जड़ी-बूटियों और खनिजों की सूची प्रदान करता है। यह ग्रंथ भारतीय पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली के तहत दवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए तैयार किया गया है।
आयुर्वेदिक फार्माकोपिया में औषधियों की पहचान के लिए उनके वानस्पतिक नाम, कुल, गुण, रस, वीर्य, विपाक और प्रयोज्यता का उल्लेख किया जाता है। इसके अलावा, इसमें विभिन्न औषधीय यौगिकों की निर्माण प्रक्रिया, उनके अनुपात और सेवन की विधियों का भी विवरण दिया गया है।
संस्कृत में विवरण:
आयुर्वेदस्य प्राचीनशास्त्रे आयुर्वेदिक फार्माकोपिया नामकं ग्रन्थं विद्यमानं अस्ति। अस्मिन ग्रन्थे विविधानां औषधीनां परिचयः, उपयोगः, गुणधर्मः, च तेषां दुष्प्रभावानां विस्तृतवर्णनं अस्ति। अयं ग्रन्थः विशेषतया आयुर्वेदे चिकित्सायामुपयुज्यमानानां वनस्पतीनाम् खनिजानां च सूचीं यच्छति। अयं ग्रन्थः भारतीयपरम्परायाः चिकित्सा-प्रणाल्याः अधीने औषधीनां गुणवत्तां, सुरक्षा च प्रभावशीलतां सुनिश्चितुं निर्मितः अस्ति।
आयुर्वेदिक फार्माकोपिया इति ग्रन्थे औषधीनां परिचयाय तेषां वानस्पतिकनाम, कुल, गुण, रस, वीर्य, विपाक, च प्रयोज्यता उल्लेख्यते। तदनन्तरं अस्मिन ग्रन्थे विविधानां औषधीय यौगिकानां निर्माणप्रक्रिया, तेषां अनुपातः च सेवनविधयः अपि विवरणं दत्तम् अस्ति।
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