एलोपैथिक निदान एवं चिकित्सा (Allopathic Diagnosis and Treatment)
एलोपैथिक चिकित्सा पद्धति, जिसे आधुनिक चिकित्सा या पश्चिमी चिकित्सा भी कहा जाता है, रोगों के निदान, उपचार और रोकथाम के लिए वैज्ञानिक विधियों और औषधियों का उपयोग करती है। इसमें रोगों के लक्षणों, कारणों और परिणामों को पहचानने के लिए विभिन्न प्रकार की जाँच और तकनीकों का प्रयोग किया जाता है।
निदान (Diagnosis)
- क्लिनिकल परीक्षा:
- शारीरिक परीक्षा: डॉक्टर रोगी के शरीर के विभिन्न अंगों की जांच करते हैं, जैसे ह्रदय, फेफड़े, पेट आदि।
- रोगी का इतिहास: रोगी के रोग और पारिवारिक इतिहास को जानना महत्वपूर्ण होता है।
- प्रयोगशाला परीक्षण (Laboratory Tests):
- रक्त परीक्षण (Blood Test): इसमें रक्त की विभिन्न घटकों की जांच की जाती है।
- मूत्र परीक्षण (Urine Test): मूत्र की जांच से कई प्रकार के रोगों का पता चलता है।
- अन्य शारीरिक तरल पदार्थों की जांच: जैसे सीएसएफ (Cerebrospinal Fluid), प्लीहा आदि।
- इमेजिंग तकनीक (Imaging Techniques):
- एक्स-रे (X-ray): हड्डियों और आंतरिक अंगों की स्थिति की जांच के लिए।
- अल्ट्रासाउंड (Ultrasound): आंतरिक अंगों की स्थिति और गतिविधियों को देखने के लिए।
- सीटी स्कैन (CT Scan): शरीर के अंदरूनी हिस्सों की विस्तृत जानकारी के लिए।
- एमआरआई (MRI): मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और अन्य अंगों की विस्तृत जानकारी के लिए।
- इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिकल परीक्षण (Electrophysiological Tests):
- ईसीजी (ECG): ह्रदय की गतिविधियों की जांच।
- ईईजी (EEG): मस्तिष्क की गतिविधियों की जांच।
चिकित्सा (Treatment)
- औषधि उपचार (Medication):
- एंटीबायोटिक्स (Antibiotics): जीवाणु संक्रमण के उपचार के लिए।
- एनाल्जेसिक (Analgesics): दर्द निवारक दवाएं।
- एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory): सूजन कम करने के लिए।
- एंटीपाइरेटिक्स (Antipyretics): बुखार कम करने के लिए।
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