“योगसिद्धांतचन्द्रिका” श्री स्वामि नारायणतीर्थ द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण योग ग्रंथ है। इस ग्रंथ में योग के सिद्धांतों, अभ्यासों और ध्यान की व्याख्या की गई है। “योगसिद्धांतचन्द्रिका” एक प्रमुख योग ग्रंथ है जो योग के सिद्धांतों को समझने और उन्हें अपने जीवन में लागू करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है।
यह ग्रंथ प्रोफेसर विमला कर्णाटक द्वारा संपादित है, जिन्होंने इसे परिष्कृत किया है और सारांश, टिप्पणियाँ और सूची आदि के साथ प्रस्तुत किया है।






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