सूर्यसिद्धान्तः पुस्तक राम चन्द्र पाण्डेय द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण ज्योतिष ग्रंथ है। यह प्राचीन भारतीय खगोलशास्त्र का एक प्रमुख स्रोत है, जिसे प्राचीन काल से ही ज्योतिष और खगोल विज्ञान के अध्ययन के लिए एक मानक ग्रंथ के रूप में माना जाता है।
इस पुस्तक में निम्नलिखित प्रमुख विषयों का समावेश किया गया है:
- खगोलीय गणना: इस ग्रंथ में ग्रहों, नक्षत्रों, और राशियों की गति और उनकी स्थितियों की गणना के नियमों का विस्तार से वर्णन किया गया है। यह गणितीय सिद्धांतों और ज्योतिषीय गणनाओं का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
- कालगणना: इसमें विभिन्न प्रकार के कालों, जैसे युग, मन्वन्तर, और महायुग की गणना के सिद्धांतों का वर्णन किया गया है। इसमें विभिन्न युगों और कालों के आरंभ और अंत की गणना के लिए सूत्र दिए गए हैं।
- पृथ्वी और ब्रह्मांड का संरचना: इस ग्रंथ में पृथ्वी के आकार, उसकी गति, अक्षांश-देशांतर, और ब्रह्मांड की संरचना पर विस्तृत चर्चा की गई है। इसमें बताया गया है कि पृथ्वी गोलाकार है और अपनी धुरी पर घूमती है।






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