श्रीवराहपुराणम् (लेखक: एस. एन. खंडेलवाल)
श्रीवराहपुराणम् पुराण साहित्य में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है, जो भगवान विष्णु के वराह अवतार से संबंधित है। यह पुराण मुख्य रूप से सृष्टि, धर्म, जीवन के चारों पुरुषार्थ (धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष) और भगवान विष्णु के विभिन्न रूपों का वर्णन करता है। इस ग्रंथ में सृष्टि की उत्पत्ति, धरती का उद्धार, ऋषि-मुनियों के उपदेश और धार्मिक अनुष्ठानों का महत्व बताया गया है।
एस. एन. खंडेलवाल द्वारा संपादित यह संस्करण संस्कृत पाठ के साथ उसका हिंदी अनुवाद और व्याख्या प्रस्तुत करता है, जिससे पाठक आसानी से इसके गूढ़ और दार्शनिक तात्पर्यों को समझ सकें। पुस्तक में पुराण की पारंपरिक कथाओं के साथ-साथ, इसके सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व को भी रेखांकित किया गया है।
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