“सर्वदर्शन संग्रह” प्रोफेसर उमाशंकर शर्मा “ऋषि” द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो भारतीय दर्शन के विभिन्न दर्शनों का संकलन और विश्लेषण प्रस्तुत करता है। यह ग्रंथ भारतीय दर्शनशास्त्र के अध्ययन में एक मौलिक स्थान रखता है और भारतीय विचारधाराओं के विस्तृत परिप्रेक्ष्य को समझने में सहायक है।
सर्वदर्शन संग्रह” प्रोफेसर उमाशंकर शर्मा “ऋषि” का एक उत्कृष्ट ग्रंथ है, जो भारतीय दर्शनशास्त्र के व्यापक और गहन अध्ययन के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है। यह ग्रंथ न केवल दर्शनशास्त्र के विद्यार्थियों के लिए, बल्कि उन सभी के लिए उपयोगी है जो भारतीय दर्शन के विविध और समृद्ध परंपराओं को समझना चाहते हैं। प्रोफेसर शर्मा का यह कार्य भारतीय दर्शनशास्त्र के अध्ययन और अनुसंधान में एक महत्वपूर्ण योगदान के रूप में प्रतिष्ठित है।
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