समरसारः (Samarsara)
लेखक: अभय कात्यायन
पुस्तक विवरण (हिंदी में):
समरसारः एक गूढ़ और महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसमें जैन दर्शन के गहरे रहस्यों और सिद्धांतों का विवेचन किया गया है। यह ग्रंथ जैन धर्म के अद्वैतवादी दृष्टिकोण को स्पष्ट करता है, जिसमें आत्मा और परमात्मा की एकता और जीवन के अंतिम लक्ष्य ‘समरसता’ या मोक्ष की प्राप्ति पर प्रकाश डाला गया है।
अभय कात्यायन द्वारा लिखित इस पुस्तक में जैन धर्म के मूलभूत सिद्धांतों को सरल और स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत किया गया है। इसमें आत्मा, कर्म, मोक्ष, और संसार की वास्तविकता के बारे में गहन चर्चा की गई है। पुस्तक में यह बताया गया है कि कैसे जैन धर्म के अनुयायी अपने जीवन में आत्मा की शुद्धता और समरसता प्राप्त कर सकते हैं।






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