प्राणतोषिणी” एक महत्वपूर्ण धार्मिक और तांत्रिक ग्रंथ है, जिसका उद्देश्य पाठकों को जीवन और स्वास्थ्य के क्षेत्र में गहरी समझ प्रदान करना है। इस पुस्तक का मुख्य फोकस जीवन शक्ति, स्वास्थ्य सुधार, और तांत्रिक विधियों के माध्यम से शारीरिक और मानसिक उन्नति पर है।
पुस्तक में निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है:
- प्राण और जीवन शक्ति: प्राण (जीवन शक्ति) की अवधारणा, उसका महत्व, और इसके विभिन्न पहलुओं की व्याख्या की गई है। जीवन शक्ति को बनाए रखने और बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की गई है।
- स्वास्थ्य सुधार: शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के सुधार के लिए तांत्रिक विधियों और प्राचीन चिकित्सा पद्धतियों का उपयोग कैसे किया जा सकता है, इस पर विस्तृत जानकारी दी गई है।
- तांत्रिक साधना: तांत्रिक साधनाओं और प्रक्रियाओं की जानकारी, जो जीवन शक्ति को मजबूत करने और स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक होती हैं, को प्रस्तुत किया गया है। इसमें मंत्र, यंत्र, और तांत्रिक अनुष्ठानों का विवरण शामिल है।






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