मुद्गलपुराणम् (Mudgala Puranam) का खंड 7-8 (Vol-4), डलवीर सिंह चौहान द्वारा संपादित, भगवान गणेश की महिमा और उनके विभिन्न रूपों का विस्तार से वर्णन करने वाला एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है। यह खंड गणेश पुराण का एक अभिन्न हिस्सा है और भगवान गणेश के भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
पुस्तक के मुख्य विषय:
- गणेश के आठ अवतार: इस खंड में भगवान गणेश के आठ अवतारों का विस्तृत वर्णन किया गया है। प्रत्येक अवतार की कथा, उनकी लीलाएं, और उनके माध्यम से दिए गए उपदेशों का उल्लेख है। यह गणेश के विभिन्न रूपों और उनके महत्व को समझने में सहायक है।
- गणेश की विभिन्न लीलाएं: इस खंड में भगवान गणेश की लीलाओं का विवरण है, जिसमें वे विभिन्न रूपों में प्रकट होकर असुरों का संहार करते हैं, भक्तों की रक्षा करते हैं, और धर्म की स्थापना करते हैं।
- गणेश मंत्र और साधना: इस खंड में गणेश मंत्रों और साधना की विधियों का उल्लेख है। इसमें बताया गया है कि किस प्रकार से भक्त गणेश की साधना कर उनसे कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
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