मुद्गल पुराण एक प्राचीन हिन्दू धर्मग्रंथ है, जो भगवान गणेश को समर्पित है। यह पुराण कुल पाँच खंडों में विभाजित है और इसमें गणेशजी की विभिन्न कथाएँ, स्तुतियाँ, और पूजन विधियाँ वर्णित हैं।
मुद्गल पुराण के पांच खंड इस प्रकार हैं:
पहला खंड:
इस खंड में गणेशजी की उत्पत्ति, उनके स्वरूप, एवं विभिन्न अवतारों का वर्णन किया गया है। इसके अलावा, गणेशजी के विभिन्न नामों और उनकी महिमा का उल्लेख है।
दूसरा खंड:
दूसरे खंड में गणेशजी की प्रमुख कथाएँ और उनके चमत्कारिक कार्यों का विवरण दिया गया है। इसमें गणेशजी के प्रमुख त्योहारों और उनके पूजन विधियों का भी वर्णन है।
तीसरा खंड:
तीसरे खंड में गणेशजी के विभिन्न रूपों और उनकी पूजा विधियों का विस्तार से वर्णन किया गया है। इसमें गणेशजी के मंत्रों और स्तोत्रों का भी समावेश है।






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