SriKullukabhatpranit “Manvarthamuktavali” tika evum “Maniprabha” hindi vyakhya.
यहाँ “मनुस्मृति (Manusmriti)” पंडित श्री हरगोविंद शास्त्री द्वारा सम्पादित संस्करण का एक विस्तृत विवरण प्रस्तुत है:
“मनुस्मृति” प्राचीन भारत का एक अत्यंत प्रतिष्ठित धर्मशास्त्र ग्रंथ है, जिसे मनु द्वारा रचित माना गया है। यह ग्रंथ धर्म, नीति, समाज, आचरण, वर्णव्यवस्था, राजा और प्रजा के कर्तव्यों, स्त्री-धर्म, उत्तराधिकार, दंड विधान आदि विषयों का विस्तारपूर्वक वर्णन करता है।
पं. हरगोविंद शास्त्री द्वारा सम्पादित यह संस्करण विशेष रूप से विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और पारंपरिक पद्धति से धर्मशास्त्र का अध्ययन करने वालों के लिए अत्यंत उपयोगी है। इस संस्करण की विशेषता है:
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प्रत्येक श्लोक का सरल और स्पष्ट हिन्दी अनुवाद
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संस्कृत मूल पाठ शुद्ध रूप में
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संदर्भानुसार व्याख्या और आधुनिक दृष्टिकोण से विवेचन
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टिकाओं व न्यायपूर्ण विवेचन के साथ व्यावहारिक दृष्टि से उपयोगी
📚 मुख्य विषयवस्तु:
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सृष्टि की उत्पत्ति
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वर्णाश्रम धर्म
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विवाह, आचार, व्रत, यज्ञ और दान की विधियाँ
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स्त्री और पुरुष के कर्तव्य
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दंड और न्याय प्रणाली
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सामाजिक और नैतिक सिद्धांत
📌 पुस्तक की विशेषताएँ:
✔️ पारंपरिक शैली में रचना
✔️ मूल श्लोकों के साथ विस्तृत अर्थ
✔️ आधुनिक भाषा में सरल अनुवाद
✔️ विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी
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