लघुपाराशरी मध्यपाराशरी सहित (लघुपाराशरी मध्यपाराशरी सहित) डॉ. सुरकांत झा द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय ग्रंथ है, जो ज्योतिष शास्त्र के दो प्रसिद्ध ग्रंथों, लघुपाराशरी और मध्यपाराशरी, का विस्तृत वर्णन और विश्लेषण प्रस्तुत करता है। यह पुस्तक उन पाठकों के लिए अत्यंत उपयोगी है जो वैदिक ज्योतिष के सिद्धांतों और उनके व्यावहारिक अनुप्रयोगों को समझना चाहते हैं।
पुस्तक के मुख्य बिंदु:
- लघुपाराशरी का परिचय: लघुपाराशरी एक संक्षिप्त ग्रंथ है, जिसमें पाराशर ऋषि द्वारा प्रतिपादित ज्योतिषीय सिद्धांतों का संक्षेप में वर्णन किया गया है। इस पुस्तक में लघुपाराशरी के सभी श्लोकों का विस्तार से व्याख्यान और उनके अर्थ का स्पष्टीकरण प्रस्तुत किया गया है।
- मध्यपाराशरी का परिचय: मध्यपाराशरी, लघुपाराशरी का विस्तार रूप है, जिसमें ज्योतिष के सिद्धांतों का अधिक विस्तार से वर्णन किया गया है। डॉ. सुरकांत झा ने इस पुस्तक में मध्यपाराशरी के श्लोकों की गहन व्याख्या और उनके ज्योतिषीय महत्व का विश्लेषण किया है।
- सिद्धांत और व्यावहारिक दृष्टिकोण: इस ग्रंथ में लघुपाराशरी और मध्यपाराशरी के सिद्धांतों का व्यावहारिक दृष्टिकोण से विश्लेषण किया गया है। इसमें कुंडली निर्माण, ग्रहों की चाल, राशियों और भावों का महत्व, दशा प्रणाली, और योगों का विवरण दिया गया है।
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