क्रियोड्डीशमहातन्त्रराजः (Kriyoddisha Maha Tantraraj) – अजय कुमार उत्तम द्वारा
लेखक: अजय कुमार उत्तम
विवरण:
क्रियोड्डीशमहातन्त्रराजः एक महत्वपूर्ण तंत्रग्रंथ है जो तंत्र विद्या की गहरी और विशिष्ट विधियों पर केंद्रित है। इस ग्रंथ में तंत्रसाधना की तकनीकों और उनके रहस्यों को उजागर किया गया है, जो तंत्रज्ञों और साधकों के लिए अत्यंत मूल्यवान है।
पुस्तक की प्रमुख बातें:
- तंत्रसाधना की विधियाँ: पुस्तक में तंत्रसाधना के विभिन्न क्रियात्मक विधियों की विस्तृत जानकारी दी गई है। इसमें तंत्र प्रयोगों, अनुष्ठानों, और मन्त्रों की विधियाँ शामिल हैं जो साधक को उच्च साधना की ओर मार्गदर्शित करती हैं।
- माहातन्त्रराज के सिद्धांत: इस ग्रंथ में माहातन्त्रराज के सिद्धांतों की गहन विवेचना की गई है, जिसमें तंत्र के प्रमुख सिद्धांत, उनके आध्यात्मिक और भौतिक प्रभाव, और उनके उपयोग की विधियाँ शामिल हैं।
- पौराणिक और ऐतिहासिक संदर्भ: तंत्र के ऐतिहासिक और पौराणिक संदर्भों को भी पुस्तक में शामिल किया गया है, जिससे पाठक तंत्र की पारंपरिक धरोहर और उसकी प्रासंगिकता को समझ सकें।
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