कामकुञ्जलता (Kamakunj Lata) – लेखक: डॉ. दलवीर सिंह चौहान
कामकुञ्जलता डॉ. दलवीर सिंह चौहान द्वारा रचित एक अद्वितीय ग्रंथ है, जो प्राचीन भारतीय कामशास्त्र और तांत्रिक परंपराओं के गूढ़ रहस्यों पर आधारित है। यह पुस्तक यौन संबंधों, कामनाओं और तांत्रिक साधनाओं के विभिन्न पहलुओं पर गहन विश्लेषण प्रस्तुत करती है।
पुस्तक में काम के शारीरिक और मानसिक आयामों के साथ-साथ यौन ऊर्जा के आध्यात्मिक उपयोग पर भी जोर दिया गया है। कामकुञ्जलता में तांत्रिक दृष्टिकोण से यौन क्रियाओं और उनके आध्यात्मिक महत्व को समझाने का प्रयास किया गया है, जिससे व्यक्ति अपनी इच्छाओं को नियंत्रित कर आत्मविकास की ओर अग्रसर हो सके।
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.