हस्तसंजीवनम सूर्यकांत झा द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो हस्तरेखा शास्त्र के गूढ़ और व्यापक पहलुओं को विस्तार से प्रस्तुत करता है। यह पुस्तक हस्तरेखा शास्त्र के माध्यम से जीवन के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण करने और उन्हें समझने में सहायक है।
हस्तसंजीवनम में निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है:
- हस्तरेखा शास्त्र का परिचय: पुस्तक में हस्तरेखा शास्त्र की मूलभूत अवधारणाओं और सिद्धांतों का परिचय दिया गया है। इसमें यह बताया गया है कि कैसे हाथ की रेखाएँ व्यक्ति के जीवन की घटनाओं और स्वभाव का वर्णन करती हैं।
- मुख्य रेखाओं का विश्लेषण: ग्रंथ में हाथ की प्रमुख रेखाओं जैसे जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा, हृदय रेखा, भाग्य रेखा, और स्वास्थ्य रेखा का विस्तार से विश्लेषण किया गया है। इन रेखाओं के माध्यम से व्यक्ति के जीवन में घटने वाली महत्वपूर्ण घटनाओं और जीवनशैली को समझने के तरीकों पर प्रकाश डाला गया है।
- हस्तरेखा और स्वास्थ्य: हस्तसंजीवनम में स्वास्थ्य से संबंधित रेखाओं का विशेष रूप से अध्ययन किया गया है। इसमें यह बताया गया है कि कैसे हाथ की रेखाएँ व्यक्ति के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के संकेत प्रदान करती हैं, और किन संकेतों से संभावित बीमारियों का पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।
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