दुर्गा सप्तशती (जिसे दुर्गा साधना या चंडीदास भी कहा जाता है) एक महत्वपूर्ण हिंदू धार्मिक ग्रंथ है, जो देवी दुर्गा की पूजा और उपासना पर आधारित है। यह ग्रंथ मातृका (मतृका) के रूप में भी जाना जाता है और यह मार्कण्डेय पुराण का एक हिस्सा है।
दुर्गा सप्तशती को 700 श्लोकों (श्लोक) में लिखा गया है, और यह तीन प्रमुख अध्यायों में विभाजित है:
- अध्याय 1: देवी महात्म्य – इस अध्याय में देवी दुर्गा की महिमा और उनके विभिन्न रूपों का वर्णन है। इसमें विशेष रूप से महिषासुर मर्दिनी (महिषासुर का वध करने वाली देवी) की कथा है, जिसमें देवी महिषासुर नामक राक्षस का वध करती हैं।
- अध्याय 2: चंडा-मुंडा – इस अध्याय में चंडा और मुंडा नामक राक्षसों की कथा है और देवी दुर्गा उनके वध की कहानी प्रस्तुत करती हैं।
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