बृहद्स्त्रीजातकम् एवं नारीजातकम् अभय कात्यायन द्वारा लिखित एक महत्वपूर्ण ज्योतिष ग्रंथ है, जो विशेष रूप से स्त्री जातक और नारी जातक के अध्ययन पर केंद्रित है। इस पुस्तक का उद्देश्य स्त्री जातक के जीवन, उसकी विशेषताओं, और भविष्यवाणी के लिए ज्योतिषीय दृष्टिकोण प्रदान करना है।
बृहद्स्त्रीजातकम् एवं नारीजातकम् में अभय कात्यायन ने निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर प्रकाश डाला है:
- स्त्री जातक के विश्लेषण: पुस्तक में स्त्री जातक की कुंडली की विशेषताओं, उसके भावों और ग्रहों की स्थिति का विस्तृत विश्लेषण किया गया है। इसमें विभिन्न जीवन स्थितियों, स्वास्थ्य, विवाह, और पारिवारिक जीवन पर ज्योतिषीय प्रभावों का अध्ययन किया गया है।
- नारी जातक के जीवन पर प्रभाव: नारी जातक की कुंडली में विभिन्न ग्रहों और योगों के प्रभावों को समझाया गया है, और उनकी भविष्यवाणी करने के तरीके पर चर्चा की गई है।
- विशेष ज्योतिषीय विधियाँ: स्त्री और नारी जातक के विश्लेषण के लिए उपयोगी विशेष ज्योतिषीय विधियाँ और तकनीकों का विवरण दिया गया है।






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