आयुर्वेद प्रदीप (Ayurveda Pradipa) एक महत्वपूर्ण आयुर्वेदिक ग्रंथ है जो 19वीं शताब्दी में लिखा गया था। इस ग्रंथ में आयुर्वेद की विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है, जैसे रस, औषधि, चिकित्सा और रोग विज्ञान। आयुर्वेद प्रदीप ग्रंथ के माध्यम से आयुर्वेदिक सिद्धांतों को समझाने और उन्हें अमल में लाने का प्रयास किया गया है। यह ग्रंथ आज भी आयुर्वेदिक चिकित्सा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
### संस्कृत में
आयुर्वेद प्रदीपः।
अयं शास्त्रो भवेद् व्याख्यातः रसादीनाम् उपायकम्।
सिद्धान्तान् प्रति श्रवणे विशेषं ध्यायते नृप॥
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