“Allopathic Sara” और “Siddhayoga Samgraha” दोनों ही चिकित्सा पद्धतियाँ हैं।
1. **आलोपैथिक सार**: यह चिकित्सा पद्धति विशेषतः पश्चिमी देशों में प्रचलित है। इसमें विभिन्न औषधियों का उपयोग करके रोग के लक्षणों को दूर करने का प्रयास किया जाता है। यह विज्ञान, तथ्यों, और परीक्षणों पर आधारित होती है जिससे रोगी के लक्षणों का निदान किया जा सके और उचित उपचार तय किया जा सके।
2. **सिद्धयोग संग्रह**: यह चिकित्सा पद्धति हिन्दू धर्म की प्राचीन आध्यात्मिक और चिकित्सा परंपरा से जुड़ी है। इसमें योग, ध्यान, आहार, और आयुर्वेदिक औषधियों का प्रयोग करके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने का प्रयास किया जाता है। इसमें शारीरिक और मानसिक शुद्धता, संतुलन, और अंतर्दृष्टि के माध्यम से रोग की रोकथाम और उपचार की गई है।
ये दोनों ही पद्धतियाँ विभिन्न संदर्भों में उपयुक्त हो सकती हैं और रोगी के स्वास्थ्य स्थिति और उसकी आवश्यकताओं के आधार पर उपयोग किया जा सकता है।






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