अद्भुतसागरः-2 शिवकांत झा द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो भारतीय ज्योतिष शास्त्र के गहन और रहस्यमय पहलुओं पर प्रकाश डालता है। इस पुस्तक का उद्देश्य ज्योतिष के उन अद्भुत और दुर्लभ सिद्धांतों और घटनाओं को समझाना है, जो सामान्य रूप से ज्योतिष के अन्य ग्रंथों में विस्तृत रूप से नहीं मिलते।
शिवकांत झा ने इस पुस्तक में ज्योतिष के विभिन्न रहस्यमय योगों, ग्रहों की दुर्लभ दशाओं, और उनके विशेष प्रभावों का विस्तृत वर्णन किया है। इसके साथ ही, कुंडली में विशेष योगों के फल और उनकी भविष्यवाणी करने के तरीकों पर भी गहन चर्चा की गई है।
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