श्रीदेवीरहस्यम् एक महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ है जो शक्ति पूजा, तांत्रिक साधना और देवी उपासना के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित है। यह ग्रंथ विशेष रूप से देवी महात्म्य और देवी की गूढ़ शक्तियों को समझने और उनकी आराधना के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है।
यह ग्रंथ दो खंडों में विभाजित है:
- प्रथम खंड: इस खंड में देवी के विभिन्न स्वरूपों, उनकी उत्पत्ति, और उनके महात्म्य का विस्तार से वर्णन किया गया है। इसमें देवी के विभिन्न नाम, उनकी उपासना विधि, और उनके आशीर्वाद से प्राप्त होने वाले लाभों का उल्लेख है। तांत्रिक साधकों के लिए यह खंड विशेष रूप से उपयोगी है क्योंकि इसमें देवी के शक्तिपीठों, उनके रहस्यमय चिह्नों और साधना के रहस्यों का वर्णन किया गया है।
- द्वितीय खंड: इस खंड में देवी की साधना के गूढ़ रहस्यों को उजागर किया गया है। इसमें विभिन्न मंत्र, स्तोत्र और कवचों का संकलन है जो देवी की कृपा प्राप्त करने के लिए आवश्यक माने जाते हैं। इसके अलावा, इसमें देवी के विशेष पर्वों और अनुष्ठानों का भी विस्तार से वर्णन किया गया है। तंत्रशास्त्र के संदर्भ में यह खंड महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें देवी साधना के विभिन्न तांत्रिक पहलुओं पर गहराई से चर्चा की गई है।






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